
(ख़बरीलाल ख़ोज ) मनीश बावा रुद्रपुर। नगर पालिका परिषद खटीमा में वर्ष 2019 में हुए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके में घोटाले के तहत दोषी पाए गए ठेकेदार प्रकाश आर्य को अभी तक ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया है वही नगर पालिका परिषद सितारगंज की अधिशासी अधिकारी मिली भगत कर प्रकाश आर्य को सितारगंज में भी ठेका देकर घोटाले के लिए आमंत्रित कर रही हैं जो नगर पालिका परिषद के नियमों की अभेलना है। उक्त जानकारी भाईचारा एकता मंच के अध्यक्ष केपी गंगवार ने जिलाधिकारी व अन्य शासन प्रशासन को दिए गए प्रार्थना पत्र में दी है। दिए गए प्रार्थना पत्र में के पी गंगवार ने बताया है कि खटीमा में वर्ष 2019 में हुए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके में भगवती इंटरप्राइजेज एवं सनशाइन इंटरप्राइजेज द्वारा मिली भगत कर सरकारी धन की बंदरबाँट की गयी थी जिसकी जांच तत्कालीन उप जिला अधिकारी निर्मल बिष्ट द्वारा की गई और उन्होंने अपनी जांच में भगवती इंटरप्राइजेज, सनशाइन एंटरप्राइजेज, ठेकेदार प्रकाश आर्य सहित नगर पालिका के कर्मचारियों को भी दोषी करार दिया जिस पर तत्कालीन अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध तो कार्रवाई हो गई लेकिन बाकी किसी के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है और जांच वर्तमान में भी शासन स्तर पर गतिमान है। इसके बाद भी नगर पालिका परिषद सितारगंज की अधिशासी अधिकारी प्रकाश आर्य के साथ मिली भगत कर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का ठेका देकर एक और घोटाला करने की तैयारी कर रही हैं उन्होंने प्रकाश आर्य के कहने पर डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के ठेके में भी कुछ इस तरह की शर्तें दी है ताकि अन्य ठेकेदार भाग ना ले सकें और अन्य ठेकेदारों को नगर पालिका परिषद सितारगंज से noc प्रमाण पत्र के लिए भी परेशान किया जा रहा है भाईचारा एकता मंच के अध्यक्ष केपी गंगवार ने इस पूरे मामले मैं कार्रवाई की मांग सचिव शहरी विकास, निदेशक शहरी विकास, सहित तमाम जगह कर की है साथ-साथ उप जिलाधिकारी निर्मला बिष्ट द्वारा की गई जांच रिपोर्ट को भी सभी अधिकारियों के समक्ष रखा है परंतु फिर भी सितारगंज नगर पालिका मौन व्रत किए रखे बैठी है प्रकाश आर्य द्वारा ठेके में प्रतिभाग किया गया तो पूरे मामले को लेकर माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे



