
रुद्रपुर: अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के शुभ अवसर पर पीसीपीएनडीटी अधिनियम 1994 के अंतर्गत जनपद में बालिकाओं के सम्मान में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत वी-3 कॉलेज ऑफ नर्सिंग, रुद्रपुर में “कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम एवं बेटी बचाओ” विषय पर गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल ने की। इस अवसर पर कॉलेज की नर्सिंग एवं पैरामेडिकल की लगभग 150 छात्राओं ने प्रतिभाग किया और कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट विचार प्रस्तुत करने वाली छात्राओं ज्योति (जीएनएम-1), हरपिंदर कौर (जीएनएम-1) और तनिषा (बीएससी-IV सेम) को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्रदान किए गए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बेटियां समाज का अभिन्न अंग हैं और उन्हें समान अवसर प्रदान करना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने बालिकाओं को आगे बढ़ाने और उनके अधिकारों के संरक्षण की दिशा में निरंतर प्रयास करने का आह्वान किया।
गोष्ठी में डॉ. दीपक छाबड़ा (एमडी मेडिसिटी), कॉलेज की प्राचार्य डॉ. बिंदु राज, डॉ. पी.पी. त्रिपाठी, श्री गोपाल आर्य (अधिशासी सहायक, पीसीपीएनडीटी), श्री उत्कर्ष त्रिपाठी (कनिष्ठ सहायक) उपस्थित रहे। मंच संचालन अनमोलप्रीत कौर और सुखप्रीत कौर द्वारा किया गया।
जिला समन्वयक श्री प्रदीप महर ने प्रतिभागियों को पीसीपीएनडीटी अधिनियम एवं लिंगानुपात से संबंधित डाटा की जानकारी दी तथा कन्या भ्रूण हत्या से संबंधित किसी भी सूचना को तत्काल मुख्य चिकित्साधिकारी को देने की अपील की। साथ ही मुखबिर योजना की विस्तृत जानकारी भी दी गई।
गोष्ठी के उपरांत जिला चिकित्सालय रुद्रपुर में जन्मी 11 बालिकाओं को मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. के.के. अग्रवाल द्वारा “बेबी कीट” भेंट की गई और सभी को अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं दी गईं। इस अवसर पर डॉ. पी.के. सिन्हा (प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक), डॉ. अखिलेश कुमार (वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट), श्री संजय रावत, विनय कुमार, मैट्रन, नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।



