
पंतनगर में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया 118वें अखिल भारतीय किसान मेले का शुभारंभ, किसानों की आय दोगुनी करने की योजनाओं का किया उल्लेख
पंतनगर: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पंतनगर विश्वविद्यालय में आयोजित 118वें अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी के तीसरे दिन प्रतिभाग करते हुए किसानों, वैज्ञानिकों और युवाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय द्वारा विकसित नवीन दलहनी प्रजातियों का लोकार्पण तथा “पंतनगर प्रवाह” पुस्तक का विमोचन किया।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित “राज्य स्थापना रजत जयंती गोष्ठी” को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला सिर्फ एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि किसानों, वैज्ञानिकों और उद्यमियों के लिए ज्ञान व नवाचार के आदान-प्रदान का मंच है। उन्होंने कहा कि इस बार मेले में 507 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें देशभर से 200 से अधिक कृषि स्टार्टअप्स और उद्योग शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि उत्तराखंड का हर किसान वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाकर अधिक उत्पादक, टिकाऊ और लाभकारी खेती कर सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत उत्तराखंड के 9 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। साथ ही किसानों को फसल बीमा, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, कृषि यंत्र सब्सिडी, मिलेट मिशन जैसी योजनाओं से भी लाभ मिल रहा है।
राज्य सरकार की बड़ी घोषणाएं:
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किसान क्रेडिट कार्ड की सीमा ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख।
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फार्म मशीनरी बैंक योजना में 80% तक की सब्सिडी।
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पॉलीहाउस निर्माण हेतु ₹200 करोड़ की योजना; अब तक 350 पॉलीहाउस स्थापित।
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गेहूं खरीद पर ₹20/क्विंटल बोनस व गन्ना मूल्य में ₹20/क्विंटल वृद्धि।
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1000 करोड़ रुपये की लागत से वर्षा आधारित खेती हेतु “उत्तराखंड क्लाइमेट रिस्पॉन्सिव रेन-फेड फार्मिंग प्रोजेक्ट”।
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सेब, कीवी, मिलेट्स और ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां और 80% सब्सिडी।
नकल विरोधी कानून और युवाओं के साथ संवाद:
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में लागू देश के सबसे सख्त नकल विरोधी कानून की सराहना करते हुए बताया कि अब तक 100 से अधिक नकल माफियाओं को जेल भेजा गया है और 25,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिली हैं। हाल ही में हुए पेपर लीक प्रकरण में CBI जांच की संस्तुति दी गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और कोई भी उनके भविष्य से खिलवाड़ नहीं कर पाएगा।
समान नागरिक संहिता (UCC) पर मुखर:
श्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है जिसने समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू किया। उन्होंने इसे समाज में समानता और न्याय स्थापित करने वाला निर्णय बताया और कहा कि यह किसी धर्म के खिलाफ नहीं, बल्कि कुप्रथाओं के खिलाफ एक संवैधानिक कदम है।
लव जिहाद, लैंड जिहाद पर सख्ती:
मुख्यमंत्री ने बताया कि 9,000 एकड़ से अधिक भूमि को लैंड जिहाद से मुक्त कराया गया है, जबकि 250 से अधिक अवैध मदरसे सील किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई 2026 के बाद केवल वही मदरसे संचालित होंगे, जो सरकारी पाठ्यक्रम पढ़ाते हैं।
भ्रष्टाचार पर कार्रवाई और स्वदेशी पर बल:
“जीरो टॉलरेंस फॉर करप्शन” नीति के तहत 200 से अधिक अधिकारी/कर्मचारी निलंबित या बर्खास्त किए गए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने “स्वदेशी अपनाओ, देश को मजबूत बनाओ” का आह्वान करते हुए लोगों से स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने की अपील की।
कुलपति और अन्य गणमान्य जन उपस्थित:
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, सहित कई मंत्री, विधायक व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। कुलपति ने बताया कि राज्य की प्रति व्यक्ति आय ₹2.61 लाख हो चुकी है और विश्वविद्यालय इंटीग्रेटेड फार्मिंग व शोध के क्षेत्र में अग्रसर है।



