
“सेवा और संघर्ष जनता के नाम” — रुद्रपुर में समाजसेवी सुशील गाबा की कच्ची शराब के खिलाफ पद यात्रा शुरू, वार्ड 1 से 40 तक चलेगा नशा मुक्ति अभियान
रुद्रपुर: समाजसेवी सुशील गाबा ने कच्ची शराब और नशे के बढ़ते दुष्प्रभावों के खिलाफ रविवार को एक जनजागरण पद यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने स्थानीय हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर बजरंगबली का आशीर्वाद लिया और इसके बाद सैकड़ों समर्थकों के साथ नगर की गलियों में निकले। हाथों में नशामुक्ति के बैनर, झंडे और स्लोगन लेकर लोगों ने नशे के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया।
सुशील गाबा ने कहा कि यह सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि सेवा और संघर्ष की राह है — जनता के हित और आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए। उन्होंने कहा, “हमारी यह पद यात्रा तब तक जारी रहेगी, जब तक रुद्रपुर पूरी तरह नशामुक्त नहीं हो जाता। यह लड़ाई केवल शराब के खिलाफ नहीं, बल्कि उस सोच के खिलाफ है जो परिवार और समाज को कमजोर करती है।”
उन्होंने बताया कि यह जनजागरण अभियान वार्ड नंबर 1 से लेकर वार्ड नंबर 40 तक चलाया जाएगा। हर मोहल्ले, हर घर तक जाकर लोगों को कच्ची शराब और नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग को इस मुहिम में आगे आना चाहिए, क्योंकि आज का जागरूक युवा ही कल के स्वस्थ समाज की नींव रखेगा।
स्थानीय नागरिकों, व्यापारियों और समाजसेवियों ने सुशील गाबा की इस पहल का स्वागत किया। कई वार्डों में लोगों ने फूल बरसाकर पद यात्रा का स्वागत किया और इस अभियान से जुड़ने का संकल्प लिया।
गाबा ने कहा, “जनता की सेवा ही मेरा धर्म है, और समाज को नशे की गिरफ्त से मुक्त कराना मेरा संकल्प। जब तक एक भी घर में नशे का जहर है, यह संघर्ष जारी रहेगा।”



