
रुद्रपुर/रामपुर: प्राचीन श्री मोटा महादेव शिव मंदिर, विडुआ नगला (करतारपुर रोड, बिलासपुर) के प्रबंधन को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनीश बावा ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने फर्जी सोसाइटी बनाकर मंदिर की दानराशि और स्वामित्व पर कब्जा जमाने की साजिश रची है। इस मामले में उन्होंने पुलिस अधीक्षक रामपुर और उच्चाधिकारियों को लिखित शिकायत देकर निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मनीश बावा ने बताया कि प्राचीन श्री मोटा महादेव शिव मंदिर ट्रस्ट (रजि.) का पंजीकरण 16 मार्च 2022 को कराया गया था, जिसके तहत मंदिर की देखरेख, धार्मिक आयोजन और वित्तीय कार्य नियमित रूप से संचालित हो रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ महीनों से रुद्रपुर निवासी मान सिंह पुत्र रूपचंद्र अपने साथियों के साथ मंदिर के प्रबंधन में हस्तक्षेप कर रहा है।
ट्रस्ट अध्यक्ष के अनुसार, 13 अक्टूबर 2025 को मान सिंह मंदिर परिसर पहुंचा और “प्राचीन श्री मोटा महादेव शिव मंदिर सेवा संस्था” नाम से पंजीकृत सोसाइटी के कागजात दिखाते हुए दावा किया कि मंदिर उसी संस्था के अधीन है। उसने यह भी कहा कि अब मंदिर में होने वाले सभी कार्य और दान की राशि उसी संस्था के नियंत्रण में रहेंगे।
मनीश बावा ने बताया कि मान सिंह द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों में कई गंभीर विसंगतियाँ हैं। उक्त सोसाइटी का पंजीकरण प्रमाणपत्र 24 मार्च 2023 का है, जबकि उसी नाम से पैन कार्ड 4 फरवरी 2017 और बैंक खाता 14 सितंबर 2021 को खुलवाया गया है। इससे स्पष्ट है कि पंजीकरण से पहले ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आर्थिक गतिविधियाँ संचालित की जा रही थीं।
उन्होंने बताया कि जब कथित संस्था के अन्य सदस्यों से जानकारी ली गई तो उन्होंने इस संबंध में अनभिज्ञता जताई और बताया कि उन्होंने केवल अपने आधार कार्ड और फोटो मान सिंह को दिए थे। ट्रस्ट अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मान सिंह और उसके कुछ साथी मंदिर में आकर धमकी देते हैं कि अगर मंदिर का स्वामित्व नहीं छोड़ा तो झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
इससे पूर्व भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कार्रवाई न होने पर अब ट्रस्ट अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक रामपुर और उच्चाधिकारियों से मामले की गहन जांच कर फर्जी दस्तावेज तैयार करने, धोखाधड़ी और धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।



