
नेपाल को मिली पहली महिला प्रधानमंत्री: सुशीला कार्की ने संभाली अंतरिम सरकार की कमान
काठमांडू— नेपाल की पहली महिला प्रधान न्यायाधीश रह चुकीं सुशीला कार्की ने शुक्रवार रात देश की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। भारतीय समयानुसार रात 8:45 बजे (नेपाली समयानुसार रात 9 बजे), राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने उन्हें शीतल निवास में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
यह ऐतिहासिक नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब नेपाल राजनीतिक अस्थिरता से गुजर रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद देशभर में युवाओं के नेतृत्व में एक जनांदोलन चला, जिसमें गैर-राजनीतिक और विश्वसनीय नेतृत्व की मांग उठी थी। सुशीला कार्की को इसी पृष्ठभूमि में एक सर्वसम्मत और निष्पक्ष चेहरा मानते हुए अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चुना गया।
भारत ने किया स्वागत
भारत ने नेपाल में कार्की के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार का स्वागत करते हुए इसे शांति और स्थिरता की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया:
> “हम नेपाल में माननीय श्रीमती सुशीला कार्की के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन का स्वागत करते हैं। भारत, दोनों देशों और उनके नागरिकों की भलाई एवं समृद्धि के लिए नेपाल के साथ मिलकर कार्य करता रहेगा।”
मंत्रिपरिषद का स्वरूप
प्रारंभिक सहमति के अनुसार, कार्की की मंत्रिपरिषद में तीन सदस्य होंगे, लेकिन बढ़ते दायित्वों को देखते हुए यह संख्या सात तक की जा सकती है। मंत्रियों के नामों पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री स्वयं करेंगी। माना जा रहा है कि शनिवार तक मंत्रिपरिषद के चेहरे सामने आ सकते हैं।
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सुशीला कार्की: एक प्रेरणास्रोत
सुशीला कार्की 2016 में नेपाल की पहली महिला प्रधान न्यायाधीश बनी थीं।
उनका कार्यकाल पारदर्शिता, न्यायिक स्वतंत्रता और नारी सशक्तिकरण के लिए जाना गया।
अब वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास रच चुकी हैं।



