काशीपुर। भारत का एक प्रमुख प्रबंध संस्थान, भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) काशीपुर (उत्तराखंड) वैश्विक नौकरी बाजार को ध्यान में रखते हुए कंपनियों को आकर्षित के लिए कई कदम उठा रहा है। 15 जून को बेंगलुरु के हॉलिडे इन होटल में आयोजित वार्षिक एचआर शिखर सम्मेलन ‘पेरेनियल 2024’ में आईआईएम काशीपुर ने घोषणा की कि संस्थान देश भर से विविध कंपनियों को आकर्षित करने के लिए कैंपस प्लेसमेंट के लिए दिल्ली में कंपनियों की मेजबानी करेगा। संस्थान ने आईआईएम काशीपुर परिसर में 2024-25 के प्लेसमेंट सीजन में 200 से अधिक कंपनियों की मेजबानी की। संस्थान ने यह भी घोषणा की कि आईआईएम काशीपुर सिलिकॉन वैली बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और अन्य जैसे शहरों पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश के दक्षिणी हिस्से में एचआर शिखर सम्मेलन और कार्यक्रमों के माध्यम से कंपनियों तक पहुंचना जारी रखेगा। संस्थान के अधिकारियों ने कहा कि संस्थान ने पिछले एक साल में कॉर्पाेरेट आउटरीच कार्यक्रम के तहत तीन बड़े कार्यक्रम आयोजित किए ताकि कंपनियों के साथ बेहर संबंध बनाएं जा सकें। इसके अलावा, संस्थान अपने वैश्विक पदचिह्नों को बढ़ाने और बाहरी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए दक्षिण पूर्व एशियाई और खाड़ी देश की कंपनियों तक पहुंच रहा है।
आईआईएम काशीपुर के प्लेसमेंट और कॉरपोरेट रिलेशंस के अध्यक्ष प्रो. उत्कर्ष ने कहा, हम फर्मों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए कॉरपोरेट आउटरीच कार्यक्रम के तहत कई कदम उठा रहे हैं। हमारा मानना है कि हमारे छात्र हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं और उन्हें आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करना और उन्हें बेहतरीन अवसर प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। निरंतर सीखने की संस्कृति का विकासरू करियर विकास के लिए कर्मचारियों को सशक्त बनाना के विषय पर हुए इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि सचिन गर्ग, टैलेंट ओला के मुख्य सूचना अधिकारी और पांच कंपनियों के एचआर ने इस सम्मेलन में भाग लिया। राकेश गोपालानी, डीजीएम-पीपल एंड कल्चर, पोर्टर, अपर्णा चेतन, सीएचआरओ, टोरी हैरिस, अमृता एम, एचआरबीपी, एचपी और मोनालिशा, एसोसिएट डायरेक्टर ह्यूमन रिसोर्स, फ्लिपकार्ट पैनलिस्ट थे, जिनका संचालन शरद प्रकाश, सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर -सप्लाई चेन, टेकेडा फार्मास्यूटिकल्स और आईआईएम काशीपुर के पूर्व छात्र ने किया। पैनलिस्टों ने एचआर में एआई की शुरूआत, वर्क फ्रॉम होम के भविष्य और एचआर उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। पुलिसिंग से लेकर मानवीय होने तक, संगठनों में कर्मचारियों के लिए सेवाओं का एक बुफे भविष्य कैसे होगा, इस पर दिलचस्प चर्चा हुई।पैनल ने आभासी पूर्वाग्रहों और उन्हें टालने और कर्मचारियों को बेहतर ढंग से पहचानने के तरीकों पर भी चर्चा की।