
रामनगर: छोई क्षेत्र में प्रतिबंधित मांस पकड़े जाने का मामला शुक्रवार को तूल पकड़ गया। घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और वन विभाग के कुछ कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। इस दौरान वाहन चालक के साथ मारपीट की बात भी सामने आई है। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाल सुशील कुमार के अनुसार, गुरुवार को छोई क्षेत्र में एक पिकअप वाहन से प्रतिबंधित मांस बरामद किया गया था। इसके बाद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच व दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। स्थिति कुछ समय के लिए तनावपूर्ण बनी रही।
इस बीच वाहन चालक के साथ मारपीट की घटना भी घटित हुई। इस संबंध में मोहल्ला गुलरघट्टी निवासी नूरजहां ने पुलिस को तहरीर दी कि उनका पति नासिर, जो बरेली से रामनगर भैंस का मांस लेकर आ रहा था, को छोई के पास मदन, राजू रावत, सागर मनराल, पंकज, करन और 20 से 30 अज्ञात लोगों ने गाड़ी से उतारकर लोहे की रॉड से बुरी तरह पीटा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 और 190 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
वहीं, दूसरे पक्ष के ग्राम छोई निवासी करन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक पिकअप वाहन में प्रतिबंधित मांस लाया जा रहा है। जब उन्होंने वाहन को रोकने की कोशिश की तो चालक ने उन पर गाड़ी चढ़ाने और धारदार हथियार से धमकाने का प्रयास किया। साथ ही वाहन पर दो अलग-अलग नंबर प्लेट लगी थीं। इस आधार पर पुलिस ने वाहन चालक और स्वामी के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी की धाराओं में अलग मुकदमा दर्ज किया है।
कोतवाल सुशील कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों की तहरीर पर निष्पक्ष जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।



