
काशीपुर:उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज काशीपुर स्थित ननकाना साहिब बड़े गुरुद्वारे में दर्शन कर मत्था टेका और प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। यह अवसर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर आयोजित नगर कीर्तन पदयात्रा के स्वागत का था, जो असम के श्री धोबड़ी साहिब से चलकर अमृतसर के रास्ते आनंदपुर साहिब तक जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस ऐतिहासिक यात्रा को “केवल नगर कीर्तन नहीं, बल्कि आस्था, एकता और धर्म रक्षा के पवित्र संकल्प का प्रतीक” बताया। उन्होंने संगत को संबोधित करते हुए गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान, साहस और मूल्यों पर प्रकाश डाला और उन्हें “हिंद की चादर” कहकर श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने उस कालखंड में अपने प्राणों की आहुति दी, जब देश की संस्कृति और धर्म पर संकट था। उन्होंने मुगलों के अत्याचारों का डटकर विरोध किया और धर्म की रक्षा हेतु अपना शीश समर्पित कर दिया।
धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सिख समाज के हित में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि करतारपुर कॉरिडोर, लंगर पर करों से राहत, एफसीआरए अनुमति, “वीर बाल दिवस” की घोषणा जैसे कदम सिख परंपरा के सम्मान को दर्शाते हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उत्तराखंड में गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.5 किमी रोपवे परियोजना पर तेजी से कार्य किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को 45 मिनट में यात्रा पूरी करने की सुविधा मिलेगी।
इसके साथ ही उन्होंने राज्य में धार्मिक-सांस्कृतिक संरक्षण, लव जिहाद, लैंड जिहाद और अवैध मदरसों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड समाप्त किया गया है और अब एक अल्पसंख्यक शिक्षा प्राधिकरण का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आगामी 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर जी का 350वां बलिदान दिवस भव्य रूप से मनाया जाएगा।
समारोह में विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, मेयर दीपक बाली, अनिल कपूर डब्बू, पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया सहित प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस अधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।



