
रुद्रपुर ( ख़बरीलाल खोज ): ऊधमसिंहनगर जनपद में दहेज उत्पीड़न और भ्रूण हत्या का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। शहर के आवास विकास निवासी एक बड़े व्यवसायी की पुत्री ज्योति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद अब पूरे प्रकरण की जांच SSP मणिकांत मिश्रा ने अपने स्तर से कराए जाने के निर्देश दिए हैं। पीड़ित पिता ने ससुराल पक्ष पर अवैध लिंग परीक्षण, दहेज की मांग और हत्या जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
शादी में दिया इनोवा, लाखों की नगदी… फिर भी नहीं भरा दहेजलोभियों का पेट
पीड़ित पिता बलराम अग्रवाल ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी बेटी ज्योति की शादी 22 अप्रैल 2023 को प्रतापपुर नानकमत्ता निवासी दीपांशु मित्तल से हुई थी। शादी में उन्होंने 51 लाख रुपये नकद, इनोवा कार, सोने के आभूषण, 15 लाख रुपये के कपड़े तथा 4 लाख रुपये का घरेलू सामान दिया था। इसके बावजूद ससुराल पक्ष लगातार कम दहेज लाने के ताने मारता रहा तथा एक करोड़ रुपये और फॉर्च्यूनर कार की मांग कर मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न करने लगा।
बेटी का जन्म होते ही नाखुशी— फिर रची गई साजिश
26 दिसंबर 2023 को ज्योति ने एक बेटी को जन्म दिया। आरोप है कि इसी बात से दीपांशु, सास इन्दु, ससुर सुनील, ननद दिव्यांशी व जेठ हिमांशु ज्योति के साथ मारपीट करने लगे। कुछ समय बाद वह पुनः गर्भवती हुई तो ससुराल वालों ने गुप्त रूप से लिंग परीक्षण कराया।
गर्भ में फिर से बेटी होने की जानकारी पर आरोपी ननद डॉक्टर दिव्यांशी गोयल, जो पहले जिला अस्पताल में संविदा पर तैनात रही, ने अवैध रूप से गर्भपात करवा दिया। जन्म से पहले ही मासूम बेटी की हत्या कर दी गई।
गलत दवा देने से बिगड़ी हालत — रास्ते में खत्म की सांसें
तहरीर के अनुसार ज्योति की सेहत लगातार बिगड़ती रही। ससुराल पक्ष ने मायके को सूचित किया कि ज्योति अजीब व्यवहार कर रही है और उसे नशामुक्ति केंद्र ले जाया जा रहा है। पिता जब पहुंचे तो डॉक्टरों ने बताया कि गलत दवा के कारण ज्योति की स्थिति नाजुक है। बाद में एमआरआई रिपोर्ट में ब्रेन ब्लीडिंग की पुष्टि हुई।
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि अस्पताल से डिस्चार्ज करवाकर उसे रास्ते में ही मार दिया गया। इसके बाद मामले को छुपाने की कोशिश की गई।
पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज — SSP ने कहा, न्याय दिलाया जाएगा
बलराम अग्रवाल की तहरीर पर आरोपी पति दीपांशु, सास, ससुर, ननद व जेठ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। SSP ने कहा कि कानून से बड़ा कोई नहीं, दोषी पाए जाने पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
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भ्रूण हत्या की काली सच्चाई
इस घटना ने एक बार फिर उजागर कर दिया है कि जिले में कन्या भ्रूण हत्या के मामले थमते नजर नहीं आ रहे। जागरूकता अभियानों और कड़े कानूनों के बावजूद ऐसी घटनाएं समाज के गहरे नैतिक पतन को दर्शाती हैं



