
बिना मान्यता के चल रहे विद्यालयों पर शिक्षा विभाग खामोश, रुद्रपुर में खुलेआम उड़ाई जा रही हैं नियमों की धज्जियां
ख़बरीलाल ख़ोज (मनीश बावा) रुद्रपुर: शहर में शिक्षा का स्तर सुधारने की बात चाहे जितनी भी की जाए, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे एकदम अलग है। रुद्रपुर में कई ऐसे निजी विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिन्हें न तो शिक्षा विभाग की मान्यता प्राप्त है और न ही इनके पास योग्य शिक्षकों की टीम है। फिर भी ये विद्यालय खुद को मान्यता प्राप्त बोर्ड से जुड़ा बताकर अभिभावकों को भ्रमित कर रहे हैं।
बिना योग्यता चला रहे हैं स्कूल
सूत्रों के अनुसार, कई विद्यालयों के संचालक खुद न तो शिक्षित हैं और न ही उनके पास स्कूल संचालन की कोई आवश्यक योग्यता है। बावजूद इसके, धड़ल्ले से इन स्कूलों में दाखिले लिए जा रहे हैं और मोटी फीस वसूली जा रही है।
फर्जी बोर्ड या गुमराह करने वाले दावे
कुछ स्कूल तो ऐसे बोर्डों से जुड़े होने का दावा करते हैं, जो अस्तित्व में ही नहीं हैं। वहीं कुछ विद्यालय छोटे-छोटे कोचिंग सेंटर्स की तरह काम करते हुए खुद को “इंटरनेशनल स्कूल” या “पब्लिक स्कूल” का टैग दे रहे हैं।
सरकारी मानकों की अनदेखी
राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की ओर से तय मानकों के तहत हर स्कूल को:
नियत क्षेत्रफल,
शुद्ध पेयजल की व्यवस्था,
प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति,
और फायर सेफ्टी जैसे जरूरी इंतज़ाम करने होते हैं।
लेकिन रुद्रपुर के कई विद्यालय ऐसे हैं जो इन मूलभूत शर्तों को भी पूरा नहीं करते।
❓ शिक्षा विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में
इन विद्यालयों की जानकारी होते हुए भी शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई सख्त कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि या तो विभाग की ओर से लापरवाही बरती जा रही है या फिर मिलीभगत का मामला हो सकता है।
*अभिभावकों में चिंता*
स्थानीय अभिभावक वर्ग इस स्थिति को लेकर चिंतित हैं। एक अभिभावक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “हम अपने बच्चों के भविष्य के लिए मोटी फीस देते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि स्कूल की कोई मान्यता ही नहीं है।”
*मांग उठी – अवैध विद्यालयों पर हो कार्रवाई*
जनता और सामाजिक संगठनों की मांग है कि प्रशासन तत्काल ऐसे अवैध स्कूलों की जांच करे और नियमों के उल्लंघन करने वाले विद्यालयों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
Part-2 जल्द ही:
🚨 जल्द ही करेंगे उजागर उन सभी विद्यालयों के नाम
जो वर्षों से छात्रों के भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ कर रहे हैं।
✍️ बने रहिए हमारे साथ…
क्योंकि अब होगा
📚 फर्जी शिक्षा व्यवस्था का पर्दाफाश!



